जौनपुर। मछलीशहर के ग्राम न्यायालय अधिनियम 2008 के गठन के पश्चात जनपद जौनपुर के शाहगंज, केराकत और मछलीशहर में ग्राम न्यायालय की स्थापना की गई है।
स्थानीय कोतवाली से डेढ़ किलोमीटर दूर नेशनल हाइवे से 500 मीटर उत्तर दिशा में ग्राम पंचायत पहाड़पुर स्थित निकामुद्दीनपुर गांव में न्यायालय भवन में न्यायालय की स्थापना कर दी गयी और बुद्धवार को विधिवत सिविल जज जूनियर डिवीजन हिमांशु वर्मा द्वारा प्रशिक्षण के बाद कार्यभार ग्रहण किया गया।
यहाँ बता दे कि 2008 में अधिनियम बनने के बाद न्यायालयों के गठन को लेकर माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा राज्य की सरकारों और उच्च न्यायालयों को ग्राम न्यायालय के स्थापना को लेकर नोटिस जारी करते हुए कहा था कि उक्त न्यायालयो का गठन जल्द से जल्द किया जाये वंही अब न्यायलय का गठन हो जाने से आम जनता को इससे बड़ी राहत मिलेगी।
मछलीशहर ग्राम न्यायालय के कनिष्ठ लिपिक अल्केश सरोज ने बताया कि इस न्यायालय में अभी तक मछलीशहर, मुंगराबादशाहपुर, मीरगंज, पंवारा चार थानों के क्षेत्राधिकार से सम्बंधित मामलों की सुनवाई होगी। ऐसे मामले देखे जायेंगे जिसमे 2 वर्ष तक सजा के प्रावधान हैं। 1200 पत्रावलियों का स्थानांन्तरण जनपद न्यायालय से किया जा रहा है, नई पत्रावलियों, मुकदमों का दाखिला भी यहीं सुनिश्चित की गई है।
उक्त न्यायालय हेतु भवन के सबन्ध में प्रधान विजय यादव ने बताया कि तहसील स्तर पर जब भवन की तलाश की जा रही थी तो मेरे प्रयास से पंचायत भवन निकामुद्दीनपुर में उक्त न्यायालय को प्रस्तावित करने का सुझाव दिया गया था और आज वह प्रयास सफल हो गया।
इस न्यायालय के यहाँ आ जाने से स्थानीय निवासियों को रोजगार की संभावना बढ़ गयी है और क्षेत्र के विकास के साथ साथ गांव का भी विकास सुदृढ हो जाएगा। न्यायिक कार्य के पहले दिन पर न्यायालय के समस्त स्टाफ मौजूद रहे जिसमें पेशकार आनन्द प्रकाश सिंह, कनिष्ठ लिपिक अल्केश सरोज, स्टेनो संदीप पटेल, अर्दली इन्द्रबहादुर उपाध्याय तथा ऑफिस कर्मचारी जयहिंद यादव उपस्थित रहे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें