सोमवार, 25 अगस्त 2025

श्री जी लाडली परिवार के श्री कृष्ण छठीं महोत्सव में झूमें भक्त कानपुर के कई वरिष्ठ डाक्टरो को किया गया सम्मानित

 







कानपुर । श्री जी लाडली परिवार का श्री कृष्ण छठीं महोत्सव बिरहाना रोड के खत्री धर्मशाला मे बड़ी ही धूमधाम से आयोजित किया गया जहां पर भक्तों ने लल्ला का 56 भोग लगाकर नजर उतारी और जमकर ठुमके भी लगाये । श्री जी लाडली परिवार के इस  दूसरे छठी महोत्सव में भजनों की गंगा बहाने के लिए भजन गायक सुनील स्नेही,नीरज गौड़, अनुराधा ने भी समां बांध दिया सैकड़ों से अधिक की संख्या में भक्त भाव विभोर होकर भजनों को सुनकर फूलों की होली में नाचनें को मजबूर दिखे , ईश्वर रूपी झांकियां देखकर लोग मंत्रमुग्ध हो गए मानो जैसे स्वंय प्रभू धरती पर उतर आए हो, श्री कृष्ण अपने बाल रूप में बेहद सुंदर और अलौकिक रूप में दर्शन दे रहे थे जो भी भक्त दर्शन कर रहा था उनकी आंखों में केवल लड्डू गोपाल की छवि बस गई थी।इस अवसर पर कानपुर के कई वरिष्ठ डाक्टर डॉ संजय वर्मा मरियमपुर हॉस्पिटल ,डॉक्टर सुनील मिश्रा गैस्ट्रो रिजेंसी, डॉ क्षमा शुक्ला गैकोनोलॉजिस्ट, डॉ शिखा भार्गव हॉस्पिटल को पटका पहनाकर व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया साथ ही इंटर-हाई स्कूल की बोर्ड परिक्षा में शहर का नाम रौशन करने वाले छात्र-छात्राओं को भी पुरस्कृत किया गया और भी कई रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किए हैं कार्यक्रम में परिवार की अध्यक्षा आकांक्षा गुप्ता ने बताया कि  श्री जी लाडली परिवार बहुत ही संजोकर बनाया गया है यहां ईश्वर के प्रति प्रेम बनाए रखना है ,समय समय पर अपने धर्म का प्रचार-प्रसार करना यही हमारा मुख्य उद्देश्य है इसके साथ ही जो युवा वर्ग के लोग हैं उनको भी भक्ति भाव के लिए प्रेरित करना है।बता दें कि श्री जी लाडली परिवार एक सामाजिक और सांस्कृतिक संस्था है जिसका गठन बीजेपी के पूर्व मंडल अध्यक्ष ग्रीष्म अवस्थी ने दो वर्ष पहले किया था जिसका मुख्य उद्देश्य सनातनियों को अपने धर्म के प्रति जागरूक करना साथ ही हर संभव गरीबों व निराश्रितों को मदद करना है ,संस्थान ने अभी तक कई ग़रीब कन्याओं का विवाह , निराश्रित बच्चों को निशुल्क पढ़ाई आदि नेक कार्य किए हैं।कार्यक्रम में मुख्य रूप से संस्थापक ग्रीष्म अवस्थी ,अध्यक्ष आकांक्षा गुप्ता ,महामंत्री अंजू खन्ना व इंदिरा सिंह ,उपाध्यक्ष सोनल गुप्ता व सुनीता गुप्ता ,मंत्री रीना गुप्ता, नेहा गुप्ता , पलक खन्ना, सोनी गुप्ता , मृदुला कपूर, संयुक्त मंत्री रुचि मल्होत्रा ,ममता गुप्ता, पूनम गुप्ता नीता गुप्ता, मीडिया प्रभारी ममता यादव व मयंक सैनी के साथ प्रिया गुप्ता, सोनम गुप्ता ,मोनिका बाजपेई ,शिवानी ,कोमल गुप्ता ,शाशी सैनी ,प्रीति अग्रवाल ,सौम्या तिवारी ,हिमानी खन्ना, आकाश अग्रवाल ,अमरनाथ शर्मा ,विकास सिंह, शुभम अरोड़ा ,शक्ति गुप्ता ,रामजी गुप्ता ,पुनीत मेहरोत्रा ,हिमांशु स्वास्थ्य ,आशीष तिवारी, सत्यम राठौर , ऋतिक पटेल, अमित गुप्ता, राजू, अखिलेश गुप्ता, गौरव सिंह ,राजू गुप्ता, पारस मल्होत्रा, शिवम त्रिवेदी, श्याम शुक्ला ,आनंद साहू, सुमित बाजपेई ,जयदीप गुप्ता ,दीपक अग्निहोत्री आदि लोग मौजूद थे।

रविवार, 24 अगस्त 2025

दुर्घटना राहत आपदा प्रबंधन ज्ञान से बचाये जान

 


जिला विधिक सेवा प्राधिकरण और जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा कर्नल लोकेश कांडपाल कमांडिंग ऑफिसर / कैम्प कमांडर 159 यूपी बटालियन एनसीसी के मार्गदर्शन में व सूबेदार मेजर गुमान सिंह की देख रेख में 59 यू पी बटालियन एन सी सी के  सन्युक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर 197 में 500 एनसीसी कैडेट को राष्ट्रीय एकता और अखंडता के लिए सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं  प्रशिक्षण शिविर 14 ओल्ड राजपूत कॉम्प्लेक्स सैन्य प्रशिक्षण क्षेत्र मे चल रहे कैंप में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पीएलवी डॉ. परवेज अख्तर, मिनाक्षी दीक्षित और रिजवान अली खान ने साबरअपराध विधिक सेवा साक्षरता जागरुकता प्रशिक्षण एवं लाखन कुमार शुक्ला मुख्य प्रशिक्षक आपदा प्रबन्धन कानपुर नगर एवं मास्टर ट्रेनर रेड क्रॉस सोसाइटी ने सड़क दुर्घटना, प्राथमिक चिकित्सा, आकाशीय बिजली, भारी बारिश, आग सुरक्षा विषय पर प्रशिक्षण दिया गया श्री शुक्ला ने बताया यदि कोई एक्सीडेंट में या आपदा में घायल होता है तो हमको उसकी मदद करनी चाहिए  किसी घटना दुर्घटना के तीन कारण लापरवाही ,अज्ञानता ,जल्दबाजी है घायलों के मरने का सबसे बड़ा कारण समय पर उन्हें फस्ट एड नहीं मिल पाती है यदि हम घायल  को गोल्डन आवर में मदद दे सबसे पहले रक्तस्राव को रोके  रक्तश्राव रोकने हेतु तिकोनी पट्टी का प्रयोग बताया गया  इलेक्ट्रिक अटेक , बर्न ,एसिड बर्न में प्राथमिक उपचार  का डेमो दिया गया प्राथमिक उपचार में तिकोनी पट्टी का महत्व व उसके प्रयोग का डेमो दिया भूकंप से बचाव की जानकारी दी गई भूकंप के समय क्या करे क्या ना करे पर चर्चा की गई अग्निशमन का प्रशिक्षण भी दिया आग, आग के प्रकार आग का वर्गिकरण आग बुझाने के सिद्धांत पर चर्चा किया

      इस अवसर पर सूबेदार मेजर गुमान सिंह, बी एच एम देवेन्द्र सिंह महिला ट्रेनर अंकिता सिंह एनसीसी कैडेट आदि उपस्थित रहे

बुधवार, 20 अगस्त 2025

 धर्म, सत्य और न्याय के प्रतीक गोगा जी की निशान यात्रा की डॉ० संदीप ने की अगुवाई, 








झाँसी। भारतवर्ष के राजाओं में चौहान वंश के ददरेवा राजस्थान के महाराजा जाहरवीर चौहान अपनी वीरता एवं लोकप्रियता से लोक देवता के रूप में घर घर में पूजे जाते है। ददरेवा की महारानी बाछल जो कि जेवर सिंह की पत्नी थी रानी बाछल एक श्राप के कारण कई जन्मों से बाँझ होने के कारण मातृत्व सुख नहीं था। जिन्होंने महायोगी शिव अवतार गुरु गोरखनाथ जी की कठिन तपस्या की और पाताल के नाग लोक के राजा वासुकी नाग के पुत्र पदम नाग का अंश लेकर गुरु गोरखनाथ जी ने रानी बाछल को गूगल रूपी प्रसाद में दिया जिससे वीर तेजस्वी पुत्र गोगा जाहर वीर का जन्म हुआ। रानी के दयालु स्वभाव से उनकी बाँझ सेविकाओं को उस गूगल प्रसाद को बचा रानी नें दे दिया उनके साथ ही वाल्मीकि समाज के वीर रतन सिंह चावरिया, अहिरवार समाज से भज्जू सिंह, ब्रह्मण समाज से नरसिंह पांडे, और रानी बाछल की नीली घोड़ी से नीला घोड़ा नें जन्म लिया को गोगाजी बचपन से ही अपनी बाल लीलाओ के लिए प्रसिद्ध थे। बड़े होकर ददरेवा राज्य के राजा बने वाल्मीकि वीर रतन सिंह को उन्होंने अपने राज्य का सेनापति बनाया। गोगा जी समता और समानता के प्रवर्तक रहें वह सभी को एक सामान मानते थे छुआ छूत के विरोधी थे, प्रजा उन्हें अपना पिता मानती थी। सिंगल दीप की राजकुमारी श्रीयल से उनकी शादी हुई थी जो बहुत वीर थीं युद्ध कला कौशल में निपुण थीं। ग्यारहवीं शताब्दी में भारत के मंदिरों पर मुग़लों के द्वारा आक्रमण कर खज़ाना लूटना और मार काट के विरोध में गुजरात के सोमनाथ मंदिर के लुटे ख़ज़ाने को बचाते हुये गोगा जी के 47 पुत्र और साठ भतीजे वीरगति को प्राप्त हुये वाल्मीकि वीर रतन सिंह नें मुगलों से युद्ध करते हुये मातृभूमि की खातिर रणभूमि मे वीरगति पायी तो गोगा जी ने उनके पिता को सांत्वना देतें हुये कहा कि आपका बेटा रतनसिंह अमर हो गया है। इतिहास में उनका नाम सम्मान से लिया जायेगा और एक झंडा देते हुये गोगा जी श्याम लाल से बोले इसको सावन भादो में सजा कर विधि विधान से पूजन करना हम पांचो वीर एक साथ दर्शन देकर सभी की मनोकामनायें पूरी करेंगे। युद्ध के बाद गोगा जी गुरु गोरखनाथ जी के पास जाकर अपने प्रस्थान की आज्ञा लेते है और ज़मीन फटती है वह नीले घोड़े सहित धरती माता के गोद में जीवित समा जाते हैं। वाल्मीकि श्यामलाल चावरिया द्वारा उस ध्वजा को सजाया गया और पूजन किया गया जिस पर सभी वीरो ने दर्शन देकर भक्तों की मनोकामनाएं पूरी की तभी से वाल्मीकि समाज उनके निशान झंडे का पूजन करते है जिसे निशान कहाँ जाता है। झाँसी के बड़ा गांव गेट बाहर पिछोर में उनका देव स्थान बना हुआ उनके पहले गुरु गोरखनाथ जी का मंदिर गोरख टीला बना हुआ है जहाँ भादों की नवमी पर भव्य मेला वाल्मीकि समाज द्वारा लगाया जाता है। बाहर लक्ष्मी गेट राजेन्द्र भगत, विष्णु भगत, सागर गेट हरिभजन भगत, रानीमहल सुन्दर भगत, अर्जुन भगत, कुष्टयाना प्रकाश भगत, नई बस्ती कालू भगत सतीश, के निवास से भव्य रूप से महानगर के मुख्य मार्गो से ढ़ोल, बैंड, डी. जे. लगाकर गुरु गोरखनाथ और गोगा जी, रतन सिंह बाल्मीकि के जय घोष के साथ छड़ी निशान की शोभा यात्रा निकाल कर पिछोर गोगामेड़ी पर मेला में देव स्थान पूजा करते है। जहाँ हज़ारों की संख्या लोग उपस्थित रहते हैं। गोगा जी को नागो का देवता भी कहा जाता है। झाँसी में जगह जगह उनके मंदिर है जहाँ पर भगत गण उनकी जोत जला कर सम्पूर्ण रात्रि जागरण कराते है। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में संघर्ष सेवा समिति के संस्थापक डॉ संदीप सरावगी को आमंत्रित किया गया जिन्होंने यात्रा की अगुवाई करते हुए सभी को उत्साह वर्धन किया गया डॉ संदीप के आगमन पर आयोजक मंडल द्वारा तिलक व माल्यार्पण कर उनका स्वागत किया गया। इस अवसर पर डॉ० संदीप ने कहा गोगा जी महाराज, जिन्हें जाहरवीर गोगा जी भी कहा जाता है, राजस्थान की पावन भूमि के महान योद्धा और नागवंश के आराध्य देव हैं। उन्हें "नागों के देवता" और "सर्पों के रक्षक" के रूप में पूजा जाता है। लोकमान्यता है कि सच्चे मन से गोगा जी का स्मरण करने पर सर्पदंश से मुक्ति मिलती है और जीवन में साहस, संरक्षण व समृद्धि प्राप्त होती है। गोगा जी केवल नागों के देव ही नहीं, बल्कि धर्म, सत्य और न्याय के प्रतीक भी हैं। उन्होंने अपने जीवन में अन्याय और अधर्म के विरुद्ध संघर्ष किया और समाज को यह संदेश दिया कि हमें हमेशा सत्य और धर्म के पथ पर चलना चाहिए। मेले की अगुआई एवं छड़ी निशान व भगतों स्वागत वाल्मीकि समाज सेवी, सूरज प्याल खलीफा, अशोक प्याल, ओमप्रकाश दद्दा, श्यामलाल उस्ताद, हरगोविंद महंत, कुंदन नेता, रमेश उस्ताद, महेश पहलवान, लाखन पहलवान एवं सामाजिक संगठन पुष्प माला व प्रसाद बाँट कर करते है। गोगा जी का मेला भादो की नवमी को सम्पूर्ण भारतवर्ष में भव्यता से लगया जाता है। इस अवसर पर अनुपम महाराज,  संतोष शाक्य (प्रदेश मंत्री हिंदू युवा वाहिनी) विवेक प्रताप सिंह मोठ, अजय अज्जू राजगढ़ संघर्ष सेवा समिति से सुशांत सिंह गुप्ता, संदीप नामदेव, अनुज प्रताप सिंह, महेंद्र रैकवार,बसंत गुप्ता, राजू सेन,राकेश अहिरवार आदि उपस्थित रहे।